गुरुवार, 12 जनवरी 2012

तीस साल बाद फिर नजर आएंगे झील में तैरते शिलाखंड



त्रिवेणी स्थल पर स्थित रिवालसर झील को प्रदूषणमुक्त करने की कवायद
तीस साल बाद फिर नजर आएंगे झील में तैरते शिलाखंड
नगर पंचायत रिवासर ने डीसी मंडी को भेजी रिपोर्ट , जल्द शुरू होगा काम

तीस साल पहले त्रिवेणी स्थल रिवालसर में स्थित झील से गायब हुए हरे शिलाखंड जल्द ही फिर से दिखाई देने लगेंगे। झील को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए नगर पंचायत रिवालसर की ओर से यह महात्वाकांक्षी योजना स्वीकृति के लिए डीसी मंडी के पास जमा करवाई गई है। परियोजना सिरे चढ़ती है तो नड़ घास (स्थानीय नाम) को झाील के पानी के ऊपर उगाया जाएगा, ताकि प्राकृतिक तौर पर झील की सफाई होती रहे । स्थानीय लोगों की मदद से नगर पंचायत इस बहाने जहां झील के पुराने रूप को वापस लाने की कोशिश में है, वहीं प्रदूषण की समस्या से भी पार पाने का हल ढूंढ रहा है। गौरलतब है कि 1984 तक जब इस झील का दारोमदार स्थानीय लोगों के पास था,तो झील में कुदरती तौर पर बने शिलाखंडों पर उगी घास झील के पानी को प्राकृतिक तौर पर साफ करते रहते थे। जैसे ही झील के प्रबंधन की जिम्मेवारी नगर पंचायत और जिला प्रशासन के हाथों में आई झील प्रदूषण का शिकार हो गई।
बनेंगे बाथिंग घाट व फीस फडिंग प्वांयट
नगर पंचायत रिवासर ने झील को साफ सुथरा रखने के लिए झील के पानी के निवासी स्थल पर वार्थिंग घाट और फीस फडिंग बनाने का निर्णय लिया है। इस कदम से जहां झील की मछलियों को खाना खाना डालने से झील प्रदूषित नहीं होगी, वहीं झील में स्थान करने से होने वाली गंदगी से भी निजात मिलेगी।
नेशनल प्रोग्राम फॉर कंजरवेशन के लिए तैयारी
प्रदूषित होने के बावजूद रिवालसर झील को केंंद्र सरकार की ओर से चलाए गए नेशनल प्रोग्राम फॉर द कंजरवेशन ऑफर रिवर एंड लेक में शामिल नहीं किया गया है। इस पर कैग रिपोर्ट में भी अंगुली उठाई गई है। डीसी मंडी ने नगर पंचायत के कार्यकारी अधिकारी सिद्व सेन को ओदश दिए है कि इस बारे में जारी जानकारी जुटाकर रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी जाए।

झील को प्रदूषणमुक्त करने के लिए नगर पंचायत की ओर से एक योजना बनाकर जिला प्रशासन की स्वीकृति के लिए भेजी गई है। स्वीकृति मिलते ही झील में कृत्रिम तौर पर पानी को साफ करने वाली घास उगाई जाएगी।
सिद्व सेन, कार्यकारी अधिकारी नगर पंचायत रिवालसर

रिवालसर झील को प्रदूषणमुक्त करने के लिए नगर पंचायत रिवालसर को आदेश दिए गए हैं। नगर पंचायत की ओर से जमा प्रस्ताव पर जल्द निर्णया लिया जाएगा।
देवेश कुमार डीसी मंडी ।

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